Anniversary Quotes Part 1 सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Shiv Jal Abhishek

  Click here for Shiv Pooja

Anniversary Quotes Part 1

#1

One should believe in marriage as in the immortality of the soul.

# 2

Chains do not hold a marriage together. It is threads hundreds of tiny threads which sew people together through the years.

#3

Under this window in stormy weather I marry this man and woman together Let none but Him who rules the thunder Put this man and woman asunder.

#4

Never tell a secret to a bride or a groom wait until they have been married longer

#5

I think you have to be willing to take a bullet for somebody if you're going to stand up there take your vows and be married to them for the rest of your life.

#6

Married people from my generation are like an endangered species!

#7

That there's no more important decision in life than who you marry.

#8

Marriage is a coming together for better or for worse hopefully enduring and intimate to the degree of being sacred

#9

The bonds of matrimony are like any other bonds - they mature slowly.

# 10

You marry somebody you love everything about them. You grow to learn about them. You never learn everything.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुंदरकांड का पाठ करें और जीवन में स्वास्थ्य लाभ पाएं

🌹सुंदरकांड को समझ कर उसका पाठ करें तो हमें और भी आनंद आएगा। सुंदरकांड में 1 से 26 तक जो दोहे हैं, उनमें शिवजी का अवगाहन है, शिवजी का गायन है, वो शिव कांची है। क्योंकि शिव आधार हैं, अर्थात कल्याण। जहां तक आधार का सवाल है, तो पहले हमें अपने शरीर को स्वस्थ बनाना चाहिए, शरीर स्वस्थ होगा तभी हमारे सभी काम हो पाएंगे। किसी भी काम को करने के लिए अगर शरीर स्वस्थ है तभी हम कुछ कर पाएंगे, या कुछ कर सकते हैं। सुंदरकांड की एक से लेकर 26 चौपाइयों में तुलसी बाबा ने कुछ ऐसे गुप्त मंत्र हमारे लिए रखे हैं जो प्रकट में तो हनुमान जी का ही चरित्र है लेकिन अप्रकट में जो चरित्र है वह हमारे शरीर में चलता है। हमारे शरीर में 72000 नाड़ियां हैं उनमें से भी तीन सबसे महत्वपूर्ण हैं। जैसे ही हम सुंदरकांड प्रारंभ करते हैं- ॐ श्री परमात्मने नमः, तभी से हमारी नाड़ियों का शुद्धिकरण प्रारंभ हो जाता है। सुंदरकांड में एक से लेकर 26 दोहे तक में ऐसी ताकत है, ऐसी शक्ति है... जिसका बखान करना ही इस पृथ्वी के मनुष्यों के बस की बात नहीं है। इन दोहों में किसी भी राजरोग को मिटाने की क्षमता है, यदि श्रद्धा से पाठ किया जाए तो इसमें...

Beautiful Quotes by Bill Gates

अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस पर विशेष नमन

**************** *गुरु अर्जुनदेव* ************* *(ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्थी/ शहीदी दिवस)* गुरु अर्जुन देव सिखों के 5 वे गुरु थे. गुरु अर्जुन देव जी शहीदों के सरताज एवं शान्तिपुञ्ज हैं. आध्यात्मिक जगत में गुरु जी को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है. उन्हें ब्रह्मज्ञानी भी कहा जाता है. गुरु अर्जुन देव जी की निर्मल प्रवृत्ति, सहृदयता, कर्तव्यनिष्ठता तथा धार्मिक एवं मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पण भावना को देखते हुए गुरु रामदास जी ने 1581 में पांचवें गुरु के रूप में उन्हें गुरु गद्दी पर सुशोभित किया. ग्रन्थ साहिब का सम्पादन गुरु अर्जुन देव जी ने भाई गुरदास की सहायता से 1604 में किया, जो मानव जाति को सबसे बड़ी देन है. ग्रन्थ साहिब की सम्पादन कला अद्वितीय है, जिसमें गुरु जी की विद्वत्ता झलकती है. श्री गुरुग्रन्थ साहिब में कुल 5894 शब्द हैं जिनमें से 2216 शब्द श्री गुरु अर्जुन देव जी के हैं. गुरुग्रन्थ साहिब में तीस रागों में गुरु जी की वाणी संकलित है. गणना की दृष्टि से गुरुग्रन्थ साहिब में सर्वाधिक वाणी पञ्चम गुरु की ही है. उ...